बीजेपी विधायकों ने जो गंदा पानी दिखाया वो नहीं था यमुना का स्पीकर ने पूछा कहां से लाए

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नई दिल्ली – दिल्ली विधानसभा में यमुना के पानी को लेकर इस समय गरमा-गरम बहस जारी है। एक तरफ जहां बीजेपी के विधायक केजरीवाल सरकार पर यमुना में गंदगी करने का आरोप लगा रही है तो वहीं दूसरी तरफ सरकार का कहना है कि जब एमसीडी में आपकी सरकार थी तो आपको यमुना की सुध क्यों नहीं आई। अब जब हम एमसीडी की सत्ता में आए हैं तो इनको यमुना की सफाई याद आ रही है। पिछले दिल्ली विधानसभा सत्र के दौरान बीजेपी विधायक सदन में यमुना की सफाई के मुद्दे को लेकर बोतल में काला पानी लेकर आए थे जिस पर विधानसभा के अध्यक्ष ने पानी के सैंपल की जांच का आदेश दिया था लेकिन अब यह जानकारी मिली है कि यह पानी तो यमुना का है कि नहीं।

विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कहा कि पिछले दिनों विपक्ष के विधायकों ने सदन में यमुना की सफाई का मुद्दा उठाते हुए बोतल में पानी भर कर लाए थे जिसे यमुना का बताया गया था। हालांकि जांच में पाया गया कि वो पानी यमुना का नहीं था। मामले को सीमित को भेजा जा रहा है। जल बोर्ड की रिपोर्ट में देर की गई इसकी रिपोर्ट एक महीने में आनी चाहिए कि आखिर क्यों दिल्ली के लोगों में दहशत फैलाने के लिए वो पानी कहां से लाया गया और उसमें कौन-कौन शामिल था जांच में यह सामने आया है कि यमुना के पानी में कुछ काला पदार्थ मिलाया गया था और इसके कारण लोगों में दहशत फैलाने की कोशिश की गई कि यमुना पूरी तरह से जहरीली हो चुकी हैं।

इस मामले को विधानसभा अध्यक्ष ने विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया। समिति इसकी भी जांच करेगी कि जल बोर्ड के अधिकारियों ने रिपोर्ट देने में देरी क्यों की? एक महीने के भीतर समिति को इसकी रिपोर्ट देनी होगी। करावल नगर से बीजेपी विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने पानी का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि करावल नगर विधानसभा में पानी की किल्लत है। सोनिया विहार को भागीरथी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से पानी मिलता है लेकिन करावल नगर में पानी की भारी किल्लत है। ढाई एमजीडी पानी मिल रहा है जबकि जरूरत 10 से 12 एमजीडी पानी की है। करावल नगर में सिर्फ आधे घंटे पानी आता है। जल मंत्री इस ओर ध्यान दें।

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