महाघोटालाः लाल बिल्डिंग का काला सच-विधायक की विधानसभा, सभापति के वार्ड में एक करोड़ का काम दिखाया

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जनता से वसूल रहे टैक्स पर नेताओं, अधिकारियों की मौज

हरीश चन्द्रा, ग्वालियर।

घोटालों के मामलों में काजल की कोठरी बन चुकी लाल बिल्डिंग का एक और काला सच पकड़ में आया है। मामला पार्क विभाग से होकर जनकार्य और वित्त विभाग तक जा पहुंचा है। अधिकारियों का दुस्साहस यह देखिये कि ग्वालियर पूर्व विधानसभा के पार्कों के एक साल तक मेंटेनेंस की फाइल पार्क विभाग से बनाई गई लेकिन फिर उसे जनकार्य विभाग ने अपने हाथ लपक लिया। एक करोड़ का यह कार्य ग्वालियर पूर्व विधानसभा की पार्कों में होना था लेकिन पूरा काम ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के अकेले वार्ड 55 में ही करना बता दिया। यानी टेंडर किया ग्वालियर पूर्व विधानसभा का और काम दिखाया दक्षिण का।

ग्वालियर पूर्व विधानसभा के विधायक कांग्रेस के डॉ. सतीश सिंह सिकरवार है जबकि वार्ड 55 के पार्षद भाजपा के मनोज तोमर हैं जो नगर निगम परिषद के सभापति भी हैं। आश्चर्य यह है कि दोनों ही नेताओं ने इस घोटाले से अनभिज्ञता जताई है। हमारी पड़ताल में खुलासा हुआ है कि खेल में पार्क, जनकार्य विभाग, वित्त विभाग के प्रमुख अधिकारी, टेंडर समिति के सदस्य, ठेकेदार और कुछ सफेदपोश शामिल हैं।

फर्जी फाइल की बड़ी कहानी

ग्वालियर पूर्व विधानसभा के पार्कों के एक साल तक मेंटेनेंस की फाइल नंबर 59/23*13/1 जून 2023 में पार्क विभाग ने बनाई। इसकी राशि रखी 90 लाख जो जीएसटी मिलाकर एक करोड़ छह लाख रुपए तक जा पहुंची। जनकार्य विभाग ने टेंड़र लगाया। ग्वालियर पूर्व विधानसभा के सीसीओ सुरेश अहिरवार ने इस पर चिड़िया बैठाई( हस्ताक्षर किये)।

विधानसभा बदलकर कर दिया खेला

सुरेश अहिरवार के हस्ताक्षर के बाद टेंडर लगाया, लेकिन इसी बीच बड़ी चतुराई से यह काम ग्वालियर दक्षिण विधानसभा में सभापति मनोज तोमर के वार्ड 55 में करने का षड़यंत्र खेला गया। घोटालेबाजों ने बेधड़क खेल खेलते हुए फाइल को बड़े अधिकारियों तक भेज दिया। पूर्व आयुक्त हर्ष सिंह ने भी इस पर हस्ताक्षर कर दिये। मजेदार बात यह है कि ग्वालियर पूर्व विधानसभा के सीसीओ सुरेश अहिरवार हैं जबकि दक्षिण के श्रीकांत कांटे। इस पूरी फाइल पर चिड़िया बनाकर बैठे पार्क, जनकार्य विभाग के अधिकारियों के अलावा वित्त विभाग की अपर आयुक्त रजनी शुक्ला व टेंडर समिति के प्रभारी और सदस्य केवल अपना कमीशन लेकर फाइल पर हस्ताक्षर करते चले गये।

भनक लगते ही फाइल बदलने की तैयारी

घोटाले में शामिल अफसर और नेताओं को जब लगने लगा कि खबर बिल्लू बादशाह की टीम तक जा पहुंची तो आनन-फानन में अब कार्य स्थल परिवर्तन की तैयारी है। घोटाले उजागर होने के बाद कार्य स्थल बदलकर भ्रष्टाचारी अधिकारी पहले भी बचते रहे हैं इसलिए इस फाइल को भी सफेद रंग में रंगने की तैयारी है। देखना है कि गंदगी को साफ करने का जोर लगा रहे निगमायुक्त अमन वैष्णव इस मामले में क्या कदम उठाते हैं।

इनकी सुनिए

-मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। वैसे पूर्व विधानसभा में पार्कों का मेंटेनेंस नहीं हुआ है।

सुरेश अहिरवार, सीसीओ ग्वालियर पूर्व विधानसभा

वार्ड 55 में किस फाइस से पार्कों का काम हुआ है, मेरी जानकारी में नहीं है।

-श्रीकांत कांटे, सीसीओ ग्वालियर दक्षिण विधानसभा

-फाइल देखकर ही कुछ कह पाऊंगा।

जेपी पारा, अधीक्षण यंत्री जनकार्य

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