JU: संपूर्ण दीक्षांत समारोह हिंदी में आयोजित, 81 छात्रों को मिला स्वर्ण पदक

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गुरू के बताए मार्ग पर चलकर देश सेवा करें: राज्यपाल मंगुभाई पटेल

सिटी रिपोर्टर ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने अपने भाषण की शुरूआत वंदे मातरम के साथ की। इसके बाद उन्होंने विद्यार्थियों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए बधाई देते हुए कहा कि जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर के दीक्षांत में शामिल होना बहुत ही खुशी की बात है। समारोह में पदक विजेता छात्रों को बहुत-बहुत बधाई। जेयू को पीएम उषा के अंतर्गत 100 करोड रुपए मिला है यह गौरव का विषय है। जेयू में बहुत अधिक हरियाली है यह बहुत अच्छी बात है।उन्होंने कहा कि छात्र गुरु के बताए मार्ग पर चलकर देश सेवा करें। अपनी प्रगति में मां-बाप को श्रेय दें। अपने गुरुजनों की बात को भूल मत जाना हमेशा याद रखना। गुरूजन से मिली शिक्षा को हमेशा आत्मसात करना। इस विश्वविद्यालय से अपेक्षा है कि तर्क, विज्ञान की शिक्षा दें। विद्यार्थियों को शोध करने का अवसर दें। शिक्षक नवाचार के लिए प्रेरित करें। जीवन के हर क्षण को समाज के निर्माण में अर्पित करना जरूरी है।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित नालंदा विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ. विजय पी भटकर ने कहा कि शिक्षा के बिना मानव का विकास अधूरा है।ज्ञान दुनिया का सबसे बड़ा धन है, ज्ञान की पूजा की जाती है। भारत की सबसे बड़ी ताकत भारत की नई पीढ़ी है यह भारत को विश्व पटल पर आगे ले जाएंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ. नरेंद्र नाथ लाहा ने कहा कि मेरे साहित्य को सम्मान मिला मैं ईश्वर को धन्यवाद देता हूं जो मुझे यह सम्मान मिला है। इसका श्रेय में अपने परिवार को सौंपता हूं।

जीवाजी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह का आयोजन आज अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में नालंदा विवि के चांसलर पद्म भूषण डॉ. विजय पी भटकर के मुख्य आतिथ्य में शुरू हुआ। सर्वप्रथम प्रोसेशन निकाला गया प्रोसेसन में सभी संकायाध्यक्ष, बोर्ड ऑफ स्टडीज के चेयरमैन, कार्यपरिषद सदस्य व महासभा के सदस्य शामिल हुए उसके बाद राष्ट्रगान हुआ।अध्यक्षता कुलाधिपति व प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने की।विशिष्ट अतिथि साहित्यकार एवं वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.नरेंद्र नाथ लाहा रहे ।दीक्षांत शपथ जेयू के कुलगुरु प्रो.अविनाश तिवारी ने दिलाई।कार्यक्रम के दौरान स्मारिका का विमोचन किया गया। इसी क्रम में पद्म भूषण डॉ. विजय पी भटकर को डीएससी की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। वहीं डॉ. नरेंद्र नाथ लाहा को डी लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।


समारोह में वर्ष 2022-23, 23-24 के छात्र छात्राओं को मुख्य अतिथि नालंदा विवि के चांसलर पद्म भूषण डॉ. विजय पी भटकर,साहित्यकार एवं वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. नरेंद्र नाथ लाहा व राज्यपाल द्वारा डिग्री के साथ-साथ गोल्ड मेडल व नकद पुरस्कार दिए गए। पीएचडी के 297,पीजी के 397 विद्यार्थियों को उपाधि दी गई।81 विद्यार्थियों को 126 गोल्ड मेडल व नगद पुरूस्कार दिए गए।संपूर्ण कार्यक्रम हिंदी में हुआ।

इस अवसर पर कुलाधिसचिव डीएन गोस्वामी,कुलसचिव अरूण सिंह चौहान,कार्यपरिषद सदस्यगण प्रदीप कुमार शर्मा,डॉ.विवेक सिंह भदौरिया, संजय यादव,डॉ. कौर भल्ला,डॉ. रवि अम्बे,श्रीमती शेवंती भगत,प्रो. जेएन गौतम, प्रो. संजय कुलश्रेष्ठ,प्रो. आईके पात्रो, प्रो. एस एन महापत्रा, प्रो हेमंत शर्मा, प्रो. एसके सिंह,डॉ. सपन पटेल, प्रो. शांतिदेव सिसौदिया, प्रो. महेंद्र गुप्ता, डॉ. मनोज शर्मा, डॉ. समीर भाग्यवंत, प्रो. राधा तोमर, डॉ. निमिषा जादौन, डॉ. स्वर्णा परमार, उप कुलसचिव राजीव मिश्रा,सहायक कुलसचिव अमित सिसोदिया, जगपाल यादव सहित विवि के अधिकारी कर्मचारी व छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

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